प्राज्ञ परिषद् प्रज्ञा–प्रतिष्ठानको कार्यकारी निकाय हो । यसले प्राज्ञ सभाका निर्णयहरु कार्यान्वित गर्ने, सभाद्वारा दिइएका निर्देशनहरु पालन गर्ने, गराउने तथा प्रतिष्ठानको वार्षिक कार्यक्रम तथा बजेटको सञ्चालन गर्ने कार्य गर्दछ ।
प्राज्ञपरिषद्को गठन देहायबमोजिम छ–
(क) कुलपति – अध्यक्ष
(ख) उपकुलपति – उपाध्यक्ष
(ग) प्रधानमन्त्रीबाट मनोनीत बढीमा विभिन्न विधा र क्षेत्रका आठ जना विज्ञहरु – सदस्य
(घ) प्रज्ञा–प्रतिष्ठानका सचिव – सदस्य–सचिव
प्राज्ञ परिषद्का पदाधिकारी लगायत प्राज्ञ सभाको गठन संस्कृति मन्त्रीको अध्यक्षतामा अन्य दुई विज्ञहरु रहेको प्रधानमन्त्रीद्वारा गठित समितिको सिफारिसमा प्रतिष्ठानको प्रमुख संरक्षक प्रधानमन्त्रीबाट हुन्छ ।
वर्तमान प्राज्ञ परिषद्
| क्र. सं. | नाम थर | पद | |
|---|---|---|---|
| १. |
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कुलपति श्री भूपाल राई | कुलपति |
| २. |
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श्री विमलकृष्ण श्रेष्ठ (विमल निभा) | उपकुलपति |
| ३. |
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डा. मधुसूदन गिरी | सदस्य |
| ४. |
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डा. कृष्णराज अधिकारी | सदस्य |
| ५. |
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श्री राजन मुकारुङ | सदस्य |
| ६. |
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श्री बाबा बस्नेत | सदस्य |
| ७. |
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डा. कौशिला रिसाल | सदस्य |
| ८. |
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श्री हंसावती कुर्मी | सदस्य |
| ९. |
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श्री अमर न्यौपाने | सदस्य |
| १०. |
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श्री त्रैलोक्यमान बनेपाली (अगिव) | सदस्य |
| ११. |
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डा. धनप्रसाद सुवेदी | सदस्य सचिव |

